
पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए और कब गर्भधारण की संभावना नहीं होत
भूमिका
पीरियड्स और गर्भधारण के बीच गहरा संबंध होता है। कई महिलाएं यह जानना चाहती हैं कि पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना सुरक्षित है और माहवारी के कितने दिन बाद गर्भ नहीं ठहरता है। इस लेख में हम मासिक धर्म चक्र, गर्भधारण की संभावना, और सुरक्षित यौन संबंधों से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को विस्तार से समझेंगे।
पीरियड्स और गर्भधारण के बीच संबंध
गर्भधारण तभी संभव होता है जब महिला के अंडाशय से अंडाणु निकलता है और वह पुरुष के शुक्राणु से मिलकर निषेचित होता है।
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गर्भधारण का सबसे उपयुक्त समय (फर्टाइल विंडो):
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मासिक धर्म चक्र (Menstrual Cycle) के आधार पर गर्भधारण की संभावना बढ़ती या घटती है।
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ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्जन) आमतौर पर मासिक धर्म चक्र के 12वें से 16वें दिन के बीच होता है।
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यदि इस दौरान असुरक्षित संबंध बनाए जाते हैं, तो गर्भधारण की संभावना अधिक होती है।
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शुक्राणु और अंडाणु की जीवन अवधि:
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शुक्राणु महिला के शरीर में 3-5 दिन तक जीवित रह सकते हैं।
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अंडाणु का जीवनकाल 12-24 घंटे होता है।
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यदि ओव्यूलेशन के समय या उसके कुछ दिन पहले संबंध बनाए जाएं, तो गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
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माहवारी के कितने दिन बाद गर्भ नहीं ठहरता ?
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पीरियड्स के ठीक बाद (1 से 7 दिन):
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इस दौरान गर्भधारण की संभावना बहुत कम होती है क्योंकि ओव्यूलेशन अभी दूर होता है।
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हालांकि, कुछ महिलाओं में अनियमित पीरियड्स के कारण ओव्यूलेशन जल्दी भी हो सकता है, जिससे गर्भधारण संभव हो सकता है।
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पीरियड्स के 8 से 19 दिन बाद:
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यह फर्टाइल विंडो होती है, जिसमें गर्भधारण की संभावना सबसे अधिक होती है।
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यदि इस दौरान असुरक्षित यौन संबंध बनाए जाते हैं, तो गर्भधारण की संभावना अधिक होती है।
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पीरियड्स के 20 से 28 दिन बाद:
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इस चरण को ल्यूटल फेज (Luteal Phase) कहा जाता है।
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अंडाणु निषेचित होने की संभावना बहुत कम होती है क्योंकि यह पहले ही नष्ट हो चुका होता है।
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हालांकि, यह चरण महिला के मासिक धर्म चक्र की लंबाई पर निर्भर करता है।
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पीरियड्स के चक्र को समझना
हर महिला का मासिक धर्म चक्र अलग-अलग होता है।
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28-दिन का मासिक चक्र:
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ओव्यूलेशन लगभग 14वें दिन होता है।
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8 से 19 दिन के बीच गर्भधारण की संभावना सबसे अधिक होती है।
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अनियमित मासिक चक्र:
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ओव्यूलेशन का समय बदल सकता है, जिससे गर्भधारण की संभावना का पूर्वानुमान लगाना मुश्किल हो जाता है।
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ऐसी स्थिति में ओव्यूलेशन टेस्ट किट या बेसल बॉडी टेम्परेचर चार्टिंग मदद कर सकती है।
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पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए
कुछ लोग यह जानना चाहते हैं कि पीरियड्स के दौरान संबंध बनाना सुरक्षित है या नहीं। इस संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्नलिखित हैं:
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संभावित जोखिम:
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इस दौरान गर्भधारण की संभावना बहुत कम होती है लेकिन असंभव नहीं होती।
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यौन संचारित रोग (STDs) और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
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भारी ब्लीडिंग और ऐंठन के कारण असहजता महसूस हो सकती है।
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सुरक्षित संबंध के उपाय:
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कंडोम का उपयोग करने से संक्रमण से बचा जा सकता है।
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इस दौरान हल्के संबंध बनाना बेहतर हो सकता है।
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पीरियड्स के बाद गर्भधारण की संभावना
पीरियड्स समाप्त होने के बाद गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
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पीरियड्स के 8 से 19 दिनों के बीच (फर्टाइल विंडो) संबंध बनाने पर गर्भधारण की संभावना अधिक होती है।
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यदि किसी महिला का चक्र छोटा (21-24 दिन) है, तो वह पीरियड्स खत्म होने के कुछ दिनों बाद ही ओव्यूलेट कर सकती है।
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कुछ महिलाओं में स्पर्म 5 दिनों तक शरीर में सक्रिय रह सकते हैं, जिससे गर्भधारण संभव हो सकता है।
निष्कर्ष
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पीरियड के 1 से 7 दिन बाद गर्भधारण की संभावना बहुत कम होती है।
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पीरियड के 8 से 19 दिनों के बीच फर्टाइल विंडो होती है, जब गर्भधारण की संभावना सबसे अधिक होती है।
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पीरियड्स के दौरान संबंध बनाना सुरक्षित हो सकता है, लेकिन संक्रमण और अन्य जटिलताओं से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
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अनियमित मासिक धर्म होने पर गर्भधारण की संभावना को समझने के लिए ओव्यूलेशन ट्रैकिंग करना जरूरी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. बच्चेदानी की सफाई के कितने दिन बाद पीरियड आता है?
बच्चेदानी की सफाई (D&C) के बाद आमतौर पर 4-6 हफ्तों के भीतर पीरियड आता है, लेकिन यह हर महिला के लिए अलग हो सकता है।
2. क्या खाने से पीरियड आता है?
हां, कुछ खाद्य पदार्थ जैसे अदरक, पपीता, हल्दी, और ग्रीन टी मासिक धर्म को नियमित करने में मदद कर सकते हैं।
3. बच्चा गिराने पर कितने दिन तक ब्लड आता है?
गर्भपात के बाद 1-2 हफ्तों तक हल्की से मध्यम ब्लीडिंग हो सकती है। यदि ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
4. कैसे पता करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है?
यदि ब्लीडिंग बंद हो गई हो, पेट में तेज़ दर्द न हो, और डॉक्टर की जांच में गर्भाशय साफ दिखे, तो समझा जाता है कि गर्भपात पूरा हो गया है।