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पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सके?

पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सके?

स्पर्म की गुणवत्ता और मात्रा का पुरुष की प्रजनन क्षमता पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। सामान्य रूप से, एक स्वस्थ पुरुष का स्पर्म काउंट 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर से अधिक होना चाहिए। अगर यह संख्या कम होती है, तो गर्भधारण की संभावना कम हो सकती है।

गर्भधारण के लिए आवश्यक शुक्राणु संख्या

यह विषय गर्भधारण के लिए आवश्यक शुक्राणु की संख्या को संबोधित करता है, जो एक महिला के गर्भवती होने के लिए आवश्यक है।

IVF और ICSI तकनीक: IVF और ICSI दोनों प्रजनन उपचार विधियां हैं। IVF में अंडाणु और शुक्राणु को लैब में मिलाकर भ्रूण बनाना होता है, जबकि ICSI में एक शुक्राणु को सीधे अंडाणु में इंजेक्ट किया जाता है।

आनुवंशिक विकार: आनुवंशिक विकार वे समस्याएं हैं जो जन्म से पहले ही शरीर में होती हैं, जैसे कि क्रोमोसोमल असामान्यताएं। ये प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं और गर्भधारण में कठिनाई उत्पन्न कर सकते हैं।

उच्च शुक्राणु संख्या: उच्च शुक्राणु संख्या प्रजनन क्षमता को बढ़ाती है, जिससे गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। स्वस्थ शुक्राणु काउंट, गतिशीलता और गुणवत्ता का मिलाजुला प्रभाव प्रजनन सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

चिकित्सा दशाएं: चिकित्सा दशाएं, जैसे हार्मोनल असंतुलन, वैरिकोसील, या संक्रमण, प्रजनन क्षमता पर असर डाल सकती हैं। इन समस्याओं का उपचार प्रजनन प्रक्रिया में सुधार लाने में मदद कर सकता है।

जीवनशैली कारक: जीवनशैली कारक जैसे संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव प्रबंधन, धूम्रपान और शराब से बचाव, प्रजनन स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं और स्वस्थ गर्भधारण की संभावना को बढ़ाते हैं।

तनाव और मानसिक स्वास्थ्य: तनाव और मानसिक स्वास्थ्य सीधे प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं। अत्यधिक तनाव से हार्मोनल असंतुलन, शुक्राणु की गुणवत्ता और महिला के ओव्यूलेशन प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

प्रजनन क्षमता: प्रजनन क्षमता वह शारीरिक और जैविक क्षमता है, जिसके द्वारा एक व्यक्ति या जोड़ी संतान उत्पन्न करने में सक्षम होती है। इसमें पुरुष और महिला दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।

प्राकृतिक गर्भधारण: प्राकृतिक गर्भधारण तब संभव होता है जब पुरुष और महिला दोनों की प्रजनन क्षमता स्वस्थ हो। इसमें शुक्राणु और अंडाणु का स्वाभाविक मिलन होता है, जो अंडाशय में निषेचन करता है।

स्पर्म काउंट क्या होता है?

स्पर्म काउंट पुरुष के वीर्य में मौजूद शुक्राणुओं की संख्या को दर्शाता है। यह पुरुष की प्रजनन क्षमता का एक महत्वपूर्ण मापदंड है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, सामान्य स्पर्म काउंट 15 मिलियन से 200 मिलियन प्रति मिलीलीटर होना चाहिए। यदि शुक्राणुओं की संख्या 15 मिलियन से कम है, तो इसे ओलिगोस्पर्मिया कहा जाता है।

स्पर्म काउंट की जांच के लिए सीमन एनालिसिस टेस्ट किया जाता है, जो शुक्राणुओं की गुणवत्ता, गतिशीलता, और आकृति का विश्लेषण करता है। स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार, और समय पर चिकित्सा से स्पर्म काउंट को बढ़ाया जा सकता है।

स्पर्म काउंट परीक्षण और निदान

स्पर्म काउंट की जांच के लिए सीमन एनालिसिस टेस्ट किया जाता है। यह टेस्ट वीर्य में मौजूद शुक्राणुओं की गुणवत्ता, गतिशीलता, और मात्रा का विश्लेषण करता है।
टेस्ट के मुख्य पहलू:

  1. कुल स्पर्म काउंट

  2. स्पर्म की गतिशीलता (Motility)

  3. स्पर्म का आकार और संरचना (Morphology)

  4. वीर्य की मात्रा और पीएच स्तर

स्पर्म काउंट को प्रभावित करने वाले कारक

यह विषय उन कारकों को संबोधित करता है। जो स्पर्म काउंट को प्रभावित करते हैं, जैसे जीवनशैली, शारीरिक, आहार और पोषण, और तनाव दशाएं।

  1. जीवनशैली संबंधी कारण:

    • धूम्रपान और शराब का सेवन

    • अधिक वजन या मोटापा

    • अनियमित नींद

  2. शारीरिक कारण:

    • हार्मोनल असंतुलन

    • वैरिकोसील (अंडकोष में नसों की सूजन)

    • संक्रमण

  3. आहार और पोषण:

    • विटामिन डी, जिंक, और एंटीऑक्सिडेंट की कमी

  4. तनाव और मानसिक स्वास्थ्य:

    • अत्यधिक मानसिक तनाव


स्पर्म काउंट बढ़ाने के उपाय

यह विषय स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए सुझाव और उपायों पर चर्चा करता है, जो पुरुषों की प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकते हैं।। जैसे पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं। आयुर्वेदिक उपचार और चिकित्सा सलाह भी मददगार हो सकते हैं।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं

  • नियमित व्यायाम करें।

  • धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करें।

  • तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान करें।

संतुलित आहार लें

  • विटामिन सी, विटामिन ई, और जिंक युक्त आहार का सेवन करें।

  • ताजे फल, हरी सब्जियां, मेवे, और प्रोटीन युक्त भोजन लें।

  • फास्ट फूड और जंक फूड से बचें।

औषधियां और सप्लिमेंट्स

  • डॉक्टर से परामर्श लेकर जिंक, फोलिक एसिड, और एंटीऑक्सिडेंट सप्लिमेंट्स लें।

  • आयुर्वेदिक औषधियां, जैसे अश्वगंधा और शतावरी, भी फायदेमंद हो सकती हैं।

संक्रमण से बचाव

  • यौन संचारित रोगों से बचाव के लिए सुरक्षा का उपयोग करें।

  • समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाएं।

स्पर्म की गुणवत्ता और गतिशीलता

स्पर्म की गतिशीलता (Motility) और गुणवत्ता भी गर्भधारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। गतिशीलता यह बताती है कि शुक्राणु कितनी तेजी और कुशलता से अंडाणु तक पहुंच सकता है।

  • सामान्य गतिशीलता: कम से कम 40% शुक्राणु गतिशील होने चाहिए।

  • खराब गतिशीलता को एस्थेनोज़ोस्पर्मिया कहा जाता है।

पुरुष निःसंतानता के कारणों

पुरुष निःसंतानता एक गंभीर समस्या है, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है। यह समस्या शुक्राणु की संख्या, गतिशीलता या गुणवत्ता में कमी के कारण होती है। जैसे आनुवंशिक विकार, संक्रमण, और हार्मोनल समस्याओं का उल्लेख है, जो पुरुषों में प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं।

पुरूष की जांच में सीमन एनालिसिस किया जाता है।

पुरुष की प्रजनन क्षमता की जांच के लिए सीमन एनालिसिस एक महत्वपूर्ण परीक्षण है। इस परीक्षण में वीर्य के गुणात्मक और मात्रात्मक पहलुओं का विश्लेषण किया जाता है। इसमें स्पर्म की संख्या, गतिशीलता, आकार और संरचना की जांच की जाती है। सीमन एनालिसिस से डॉक्टर को यह पता चलता है कि पुरुष के शुक्राणु स्वस्थ हैं या नहीं, और क्या किसी प्रकार की प्रजनन समस्या है। यह टेस्ट पुरुष की प्रजनन क्षमता का सही आकलन करने में मदद करता है।

डॉक्टर क्या सलाह देते हैं?

डॉक्टर पुरुषों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह देते हैं। वे संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन, धूम्रपान और शराब से बचने पर जोर देते हैं। स्पर्म काउंट सुधारने के लिए विटामिन सी, जिंक, और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्वों के सेवन की भी सलाह दी जाती है।

निष्कर्ष

स्पर्म काउंट और गुणवत्ता पुरुष की प्रजनन क्षमता का मुख्य आधार हैं। यदि कोई पुरुष निःसंतानता से जूझ रहा है, तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। सही आहार, स्वस्थ जीवनशैली, और समय पर इलाज से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।

FAQs

Q1. टोटल स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए?
Ans: एक स्वस्थ पुरुष का टोटल स्पर्म काउंट 15 मिलियन से 200 मिलियन प्रति मिलीलीटर वीर्य के बीच होना चाहिए। 15 मिलियन से कम स्पर्म काउंट को ओलिगोस्पर्मिया कहा जाता है।

Q2. पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता?
Ans: बच्चा ठहरने के लिए पुरुष का स्पर्म काउंट कम से कम 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर होना चाहिए। इसके साथ ही शुक्राणुओं की गतिशीलता और गुणवत्ता भी अच्छी होनी चाहिए।

Q3. अगर हम रोज स्पर्म छोड़ते हैं तो क्या होता है?
Ans: रोज स्पर्म छोड़ने से शरीर में कोई गंभीर समस्या नहीं होती, लेकिन अत्यधिक बार-बार ऐसा करने से शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में अस्थायी कमी हो सकती है। शरीर समय के साथ नई शुक्राणु कोशिकाएं बनाता रहता है।

Q4. मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा स्पर्म काउंट कम है?
Ans: आपका स्पर्म काउंट कम है या नहीं, यह जानने के लिए डॉक्टर द्वारा सीमन एनालिसिस टेस्ट किया जाता है। इसके अलावा, बार-बार गर्भधारण में समस्या आना या प्रजनन क्षमता में कमी भी इसका संकेत हो सकता है।

Dr. Sunita Singh Rathour

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